पोखरा योजना क्या है?
जैसा की आप जानते है कि (Pokhara Yojana) महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन और किसान हितैषी राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
राज्य के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है किसानों को मौजूदा उच्च संकट से बाहर निकालना, कम उत्पादकता, कीमत में उतार-चढ़ाव, बाजार पहुंच की कमी के कारण उत्पादन लागत और कम लाभप्रदता, और कृषि-व्यवसाय के अवसरों की कमी में सुधार लाना है।
इसके साथ बढ़ती पानी की कमी, घटती भूमि से संबंधित मुद्दे संसाधन, खेती की बढ़ी हुई लागत, स्थिर कृषि उत्पादकता और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव न केवल स्थिरता और लाभप्रदता प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित रूप से संबोधित करने की आवश्यकता है बल्कि छोटी जोत वाली कृषि प्रणाली एवं किसानो के बीच संकट को कम करना भी एक चुनौती है।
इस लिए एक महत्वपूर्ण कारण (जलवायु परिवर्तन से कृषि पर प्रभाव ) को कम करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने विश्व बैंक के साथ साझेदारी में इस परियोजना की संकल्पना की है जो महाराष्ट्र के 15 जिलों के लगभग 5000 गांवों के लिए जलवायु अनुकूल कृषि (Pokhara ) करने में सहायता प्रदान करता है।
योजना का नाम | नानाजी देशमुख पोखरा योजना |
राज्य | महाराष्ट्र |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
विभाग | महाराष्ट्र शासन-कृषि विभाग |
नानाजी देशमुख पोकरा (Pocra) योजना के लाभ क्या-क्या है |पोखरा योजना के लाभ
1.पोकरा योजना यह महाराष्ट्र सरकार की एक कृषि तकनीकी पर काम करने वाली योजना है। इस योजना का पूरा उद्देश्य किसानो को उनके कृषि उपज का अच्छा लाभ प्रदान करना है, जो कि खेती की गुणवत्ता पर ही निर्भर करती है।
2.महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन के लिए लगभग 4000 करोड़ का बजट मिलता है। योजना के अंतरगत पोकरा टीम चुने गए 15 जिलों के लगभग 5000 गांवों में हर जगह की मिटटी की जांच करती है। इस जांच के लिए किसानो को कोई भी शुल्क नहीं देना होता है।
3.मिटटी के जांच से मिलने वाले परिणाम के अनुसार ये टीम इन जगहों के लिए खेती करने की सबसे अच्छी तकनीक का उपयोग करने के लिए उन किसानो को सुझाव प्रदान करती है।
4.योजना के लिए ये सभी कार्य 4 घटक में किये जाते है , जो योजना के लक्ष्य को सफल बानाता है।
इस योजना के लगातार प्रयास से किसानो को उनके आय में दोगुना बढोतरी हुई है। यदि आप इस योजना के तहत अपनी जमीन की जांच , फ्री कंसल्टेंसी आदि चाहते है, तो इसके लिए आपको DBT PoCRA Farmer Registration कराना होगा।
पोकरा योजना यह महाराष्ट्र सरकार की एक कृषि तकनीकी पर काम करने वाली योजना है। इस योजना का पूरा उद्देश्य किसानो को उनके कृषि उपज का अच्छा लाभ प्रदान करना है, जो कि खेती की गुणवत्ता पर ही निर्भर करती है।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन के लिए लगभग 4000 करोड़ का बजट मिलता है। योजना के अंतरगत पोकरा टीम चुने गए 15 जिलों के लगभग 5000 गांवों में हर जगह की मिटटी की जांच करती है। इस जांच के लिए किसानो को कोई भी शुल्क नहीं देना होता है।
पोकरा योजना के तहत योग्यता
- आवेदक किसान महाराष्ट्र राज्य का स्थायी निवासी होना ज़रूरी है।
- इस योजना का लाभ छोटा किसान एवं छोटे वर्ग का किसान उठा सकता है।
- लाभ्यर्थी किसान के पास आधार कार्ड एवं पहचान पत्र होना चाहिए।
- फ़ोन नंबर और यह तस्वीर मई में ली गई थी।
ज़रूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पते का सबूत
- पहचान पत्र
- मोबाइल न
- पासपोर्ट साइज फोटो
Steps to Apply Online For Pokhara Yojana 2023
- आपको सबसे पहले की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुलकर आ जाएगा
- अब आपको वेबसाइट के होम पेज पर इस योजना के तहत आवेदन पत्र को डाउनलोड करना है।
- इसके बाद आपको आवेदन पत्र के मालूम की गयी सभी जानकारी को दर्ज करना है।
- सम्पूर्ण जानकारी दर्ज करने के बाद आपको अपने सभी सर्टिफिकेट अटैच करने होंगे।
- इसके बाद आपको आवेदन पत्र निचे दिए गए पते पर भेजना हे।
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